कोई भी कार्य शुरू करते समय गणेश जी की पूजा सबसे पहले की जाती है | सभी घरों में गणेश जी की मूर्ति या चित्र आपको मिल जायेगा | श्वेतार्क गणपति के नाम से जो मूर्ति प्रसिद्ध है वह प्रकृति की देन है | श्वेतार्क का अर्थ है सफ़ेद रंग के आक का पौधा |
आमतौर पर आक के पौधे पर बैंगनी रंग के फुल लगते है लेकिन घने जंगलो के अन्दर सफ़ेद फुल वाले आक के पौधे की जड़ पर प्राकृतिक रूप से गणेश जी की मूर्ति के समान आकृति दिखाई पड़ती है | उसे काट कर अलग कर लेते है | सफ़ेद आक का पौधा बहुत कम पाया जाता है | इसलिए उसे दुर्लभ पौधा माना जाता है | इसे घर के पूजा स्थल में लाल कपडे पर रखते है |
जिस घर में श्वेतार्क गणपति की नित्य पूजा होती है वहां कभी धन तथा अन्न का आभाव नहीं होता | वहां लक्ष्मी जी का वास हमेशा होता है | संतान प्राप्ति तथा सुख शांति के लिए श्वेतार्क गणपति की पूजा श्रेष्ट मानी जाती है |
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Before starting any work, worship of Ganesha is done first. You will find Ganesh ji's statue or picture in all the houses you visit. The idol that is famous in the name of Shvetarak Ganapati is nature's donation. Shvetarak means white madar plant (Calotropis gigantea).
Typically, the Madar plant seems to be full of purple flowers, but on the roots of this white-flowering Madar tree there appears to be a statue like figure of Ganesh ji, which is inside the dense forest. This is cut apart and separated. The white madar plant is found rarely so, it is considered as a rare plant. This is kept in the place of worship in the house in a red cloth.
There is never a shortage of money and food in the house where the Shvetark Ganapati's idol is worshiped on daily basis. There is always the habitation of Lakshmi Ji in that house where Shvetark Ganpati is worshiped. Shvetarak Ganapati's worship is considered to be great for attaining Happiness and Peace.
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