कृपया डोनेट करे - आपके योगदान किए हुए १०० रूपय में से ५०% रकम अनाथ बचो को तथा बाकि बचे ५०% माँ के चरणों में अर्पित किया जायेगा | आपका योगदान अति अमूल्य है | डोनेट करने के लिए निचे दिए गए बटन पर क्लीक करे |
भगवान सूर्य ही एक ऐसे देवता है जिन्हें हम आज भी अपनी आखो से देख सकते है | वो हमें UV किरने पहुचाते है जो हर इन्सान के जीने के लिए जरुरी है | लोग सिर्फ सूर्य को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखते आये है जैसे सूर्य की रोशनी, उसकी गर्मी, सूर्य के विकिरण लेकिन प्राचीन वेदों और पुरानो के अनुसार सूर्य का तांत्रिक दृष्टिकोण भी है | इस तंत्र को सूर्य विज्ञान कहा जाता है | सूर्य विज्ञान से कोई भी इन्सान अपनी जरुरत के अनुसार मनोवांछित परिणाम हासिल कर सकता है | भगवान सूर्य की साधना कर के कोई भी इन्सान अपने जीवन में बहुत तरक्की कर सकता है, वो अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकता है, अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर सकता है |
भगवान सूर्य को नवग्रहों का राजा माना जाता है, वे शनिदेव और यमराज के पिता है, तो उनकी नित्य पूजा करके आप नवग्रहों का दोष और हानिकारक प्रभाव कम कर सकते है | हमें रोज भगवान सूर्य के १२ नाम लेते हुए उन्हें जल अर्पण करना चाहिए, ऐसा करने से वे प्रसन्ना हो जाते है | मै भगवान सूर्य से संबंधित और कई प्रयोग जल ही ब्लॉग पर अपलोड कर दूँगा |
सूर्य अष्ठकम् भगवान सूर्य को अर्पण किया गया स्तोत्र है | ये एक बहुत ही लाभकारी अष्टक है अगर इसे नित्य सुबह जपा जाए तो ये विभिन्न फायदे प्रदान करता है | इसे अपनी दैनिक पूजन क्रम में शामिल कर के लाभ उठाये |
अगर आप नौकरी पाने की समस्या से पीड़ित है या किसी और समस्या से पीड़ित है, तो सूर्य अष्ठकम् ही आपकी चमकने में मदत कर सकता है | “सिद्ध सूर्य यन्त्र” का इस्तेमाल करके आप इस अष्टक का प्रभाव और भी बढ़ा सकते है |
सूर्य अष्ठकम्
आदिदेव नमस्तु-भ्यम, प्रसिद् मम भास्कर,
दिवाकर नमस्तु-भ्यम, प्रभाकर नमो-स्तुते ||१||
सप्ताश्व रथ-मारू-ढम्, प्रचंडम् कश्य-पात्मजम,
श्वेत पद्मा-धरम देवं, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||२||
लोहितम रथ-मारू-ढम्, सर्वलोक पिता-महम,
महापाप हरम देवं, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||३||
त्रैगुन्यश्च महाशुरम ब्रम्हा-विष्णु महेश्वरं,
महापाप हरम देवं, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||४||
ब्रुम्हिम्तम तेजः पुन्जम्च, वायु-राकाश्-मेव च,
प्रभुत्वं सर्वलोका-नाम, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||५||
बन्धुक-पुष्प-संकानशम, हार-कुंडल-भुशितम,
एक-चक्र-धरम देवं, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||६||
तं सूर्य लोक-कर्तारम, महा तेजः प्रदिप्नम्,
महापाप हरम देवं, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||७||
तं सूर्य जगतां नाथं, ज्ञान-प्रकाश-मोक्ष-दम्,
महापाप हरम देवं, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||८||
सूर्य-अष्ठकम् पाठे नित्यम, ग्रह-पीड़ा प्रनाशानाम्,
अपुत्रो लभते पुत्रं, दारिद्रो धन्वान भवेत् ||९||
अमिषम मधुपनाम च, यः करोति रवेद्रिने,
ना व्याधि शोक दारिद्रयं, सूर्य लोकं च गच्छती ||१०||
-----------------------------
Lord Sun is the only deity who is still visible to common man, he provides us ultra voilet radiations that are necessary for survival of man kind. People have seen Sun only from scientific point of view like Light of Sun, Heat of Sun, Radiations of Sun, but as per our Ancient vedas and puranas Sun has Tantric Point of view. This Tantra is called or known as Surya Vigyan. Through Surya Vigyan any person can achieve desired results as per his/her needs. A Person can get success in life, achieve his/her aim, get anything he/she wants just by praying Lord Surya.
Lord Surya is king of all 9 Grahas, you can reduce malefic effect of all navgrahas by praying lord surya daily. Lord Surya is father of Lord Shani Dev and Lord Yamraaj. Offering of Water or Jal to Lord Surya by chanting his 12 Holy names should be done on daily basis, this pleases Lord Surya. I will give you more Prayogs related to Lord Surya in this blog very soon.
Surya Ashthakam is dedicated to Lord Sun. It is a very beneficial Ashtak that gives multiple benefits when chanted daily. It reduces the malefic effects of all Navgrahas as Lord Surya is the King of all planets. I am presenting Surya Ashtakam in this post. Make it a part of your Daily Pujan.
If you are suffering from Job Problems or any other Problems in Life, Surya Ashthakam can help you in each and every stage of your life. The effect of Surya Ashthakam can be increased if you use a Siddha Surya Yantra.
I am providing this Ashtakam in English for better pronounciation. The words that contain ( - ) are joint words. Look carefully for Single ( a ) and double ( aa ) that extends the sound.
Surya Ashtakam
Adidev Namas-tub-bhyam, Prasid mam Bhaska-ra,
Divaa-kar Namas-tub-bhyam, Prabhaa-kar Namo-stute || 1 ||
Saptaa-shva Ratha-maaru-dham Prachan-dam Kashya-paat-majam,
Shwet Padmaa-dharam Devam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 2 ||
Lohitam Ratha-maaru-dham, Sarvlok Pitaa-maham,
Maha-paap-haram Devam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 3 ||
Traigun-yascha Maaha-Shuram Bramhaa-Vishnu Mahesh-waram,
Maha-paap-haram Devam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 4 ||
Brum-him-tam Tejah-Punjam-cha, Vayu-raakaash-meva cha,
Prabhutvam Sarvlokaa-naam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 5 ||
Bandhuk-Pushpa-Sankaan-sham Haar-kundal-bhushitam,
Ek-chakra-dharam Devam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 6 ||
Tam Surya Loka-kar-taaram, Maha Tejah Pradipnam,
Maha-paap-haram Devam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 7 ||
Tam Surya Jagtaam Naatham, Dnyaan-prakaash-moksha-dam,
Maha-paap-haram Devam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 8 ||
Surya-ashthakam Pathe-nityam, Graha-peeda Pra-naashanam,
Aputro Labhate Putram, Daaridro Dhanvaan Bhavet || 9 ||
Amisham Madhupaanam Cha, Yah Karoti Ravedirne,
Na Vyaadhi Shok Daari-dra-yam, Surya Lokam Cha Gaccha-ti || 10 ||
|| ॐ नमः शिवाय ||
|| जय माता दी ||
कृपया डोनेट करे - आपके योगदान किए हुए १०० रूपय में से ५०% रकम अनाथ बचो को तथा बाकि बचे ५०% माँ के चरणों में अर्पित किया जायेगा | आपका योगदान अति अमूल्य है | डोनेट करने के लिए निचे दिए गए बटन पर क्लीक करे |
भगवान सूर्य ही एक ऐसे देवता है जिन्हें हम आज भी अपनी आखो से देख सकते है | वो हमें UV किरने पहुचाते है जो हर इन्सान के जीने के लिए जरुरी है | लोग सिर्फ सूर्य को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखते आये है जैसे सूर्य की रोशनी, उसकी गर्मी, सूर्य के विकिरण लेकिन प्राचीन वेदों और पुरानो के अनुसार सूर्य का तांत्रिक दृष्टिकोण भी है | इस तंत्र को सूर्य विज्ञान कहा जाता है | सूर्य विज्ञान से कोई भी इन्सान अपनी जरुरत के अनुसार मनोवांछित परिणाम हासिल कर सकता है | भगवान सूर्य की साधना कर के कोई भी इन्सान अपने जीवन में बहुत तरक्की कर सकता है, वो अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकता है, अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर सकता है |
भगवान सूर्य को नवग्रहों का राजा माना जाता है, वे शनिदेव और यमराज के पिता है, तो उनकी नित्य पूजा करके आप नवग्रहों का दोष और हानिकारक प्रभाव कम कर सकते है | हमें रोज भगवान सूर्य के १२ नाम लेते हुए उन्हें जल अर्पण करना चाहिए, ऐसा करने से वे प्रसन्ना हो जाते है | मै भगवान सूर्य से संबंधित और कई प्रयोग जल ही ब्लॉग पर अपलोड कर दूँगा |
सूर्य अष्ठकम् भगवान सूर्य को अर्पण किया गया स्तोत्र है | ये एक बहुत ही लाभकारी अष्टक है अगर इसे नित्य सुबह जपा जाए तो ये विभिन्न फायदे प्रदान करता है | इसे अपनी दैनिक पूजन क्रम में शामिल कर के लाभ उठाये |
अगर आप नौकरी पाने की समस्या से पीड़ित है या किसी और समस्या से पीड़ित है, तो सूर्य अष्ठकम् ही आपकी चमकने में मदत कर सकता है | “सिद्ध सूर्य यन्त्र” का इस्तेमाल करके आप इस अष्टक का प्रभाव और भी बढ़ा सकते है |
सूर्य अष्ठकम्
आदिदेव नमस्तु-भ्यम, प्रसिद् मम भास्कर,
दिवाकर नमस्तु-भ्यम, प्रभाकर नमो-स्तुते ||१||
सप्ताश्व रथ-मारू-ढम्, प्रचंडम् कश्य-पात्मजम,
श्वेत पद्मा-धरम देवं, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||२||
लोहितम रथ-मारू-ढम्, सर्वलोक पिता-महम,
महापाप हरम देवं, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||३||
त्रैगुन्यश्च महाशुरम ब्रम्हा-विष्णु महेश्वरं,
महापाप हरम देवं, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||४||
ब्रुम्हिम्तम तेजः पुन्जम्च, वायु-राकाश्-मेव च,
प्रभुत्वं सर्वलोका-नाम, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||५||
बन्धुक-पुष्प-संकानशम, हार-कुंडल-भुशितम,
एक-चक्र-धरम देवं, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||६||
तं सूर्य लोक-कर्तारम, महा तेजः प्रदिप्नम्,
महापाप हरम देवं, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||७||
तं सूर्य जगतां नाथं, ज्ञान-प्रकाश-मोक्ष-दम्,
महापाप हरम देवं, तं सूर्य प्रण-माम्यहम ||८||
सूर्य-अष्ठकम् पाठे नित्यम, ग्रह-पीड़ा प्रनाशानाम्,
अपुत्रो लभते पुत्रं, दारिद्रो धन्वान भवेत् ||९||
अमिषम मधुपनाम च, यः करोति रवेद्रिने,
ना व्याधि शोक दारिद्रयं, सूर्य लोकं च गच्छती ||१०||
-----------------------------
Lord Sun is the only deity who is still visible to common man, he provides us ultra voilet radiations that are necessary for survival of man kind. People have seen Sun only from scientific point of view like Light of Sun, Heat of Sun, Radiations of Sun, but as per our Ancient vedas and puranas Sun has Tantric Point of view. This Tantra is called or known as Surya Vigyan. Through Surya Vigyan any person can achieve desired results as per his/her needs. A Person can get success in life, achieve his/her aim, get anything he/she wants just by praying Lord Surya.
Lord Surya is king of all 9 Grahas, you can reduce malefic effect of all navgrahas by praying lord surya daily. Lord Surya is father of Lord Shani Dev and Lord Yamraaj. Offering of Water or Jal to Lord Surya by chanting his 12 Holy names should be done on daily basis, this pleases Lord Surya. I will give you more Prayogs related to Lord Surya in this blog very soon.
Surya Ashthakam is dedicated to Lord Sun. It is a very beneficial Ashtak that gives multiple benefits when chanted daily. It reduces the malefic effects of all Navgrahas as Lord Surya is the King of all planets. I am presenting Surya Ashtakam in this post. Make it a part of your Daily Pujan.
If you are suffering from Job Problems or any other Problems in Life, Surya Ashthakam can help you in each and every stage of your life. The effect of Surya Ashthakam can be increased if you use a Siddha Surya Yantra.
I am providing this Ashtakam in English for better pronounciation. The words that contain ( - ) are joint words. Look carefully for Single ( a ) and double ( aa ) that extends the sound.
Surya Ashtakam
Adidev Namas-tub-bhyam, Prasid mam Bhaska-ra,
Divaa-kar Namas-tub-bhyam, Prabhaa-kar Namo-stute || 1 ||
Saptaa-shva Ratha-maaru-dham Prachan-dam Kashya-paat-majam,
Shwet Padmaa-dharam Devam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 2 ||
Lohitam Ratha-maaru-dham, Sarvlok Pitaa-maham,
Maha-paap-haram Devam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 3 ||
Traigun-yascha Maaha-Shuram Bramhaa-Vishnu Mahesh-waram,
Maha-paap-haram Devam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 4 ||
Brum-him-tam Tejah-Punjam-cha, Vayu-raakaash-meva cha,
Prabhutvam Sarvlokaa-naam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 5 ||
Bandhuk-Pushpa-Sankaan-sham Haar-kundal-bhushitam,
Ek-chakra-dharam Devam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 6 ||
Tam Surya Loka-kar-taaram, Maha Tejah Pradipnam,
Maha-paap-haram Devam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 7 ||
Tam Surya Jagtaam Naatham, Dnyaan-prakaash-moksha-dam,
Maha-paap-haram Devam, Tam Surya Pran-maamya-ham || 8 ||
Surya-ashthakam Pathe-nityam, Graha-peeda Pra-naashanam,
Aputro Labhate Putram, Daaridro Dhanvaan Bhavet || 9 ||
Amisham Madhupaanam Cha, Yah Karoti Ravedirne,
Na Vyaadhi Shok Daari-dra-yam, Surya Lokam Cha Gaccha-ti || 10 ||
|| ॐ नमः शिवाय ||
|| जय माता दी ||
कृपया डोनेट करे - आपके योगदान किए हुए १०० रूपय में से ५०% रकम अनाथ बचो को तथा बाकि बचे ५०% माँ के चरणों में अर्पित किया जायेगा | आपका योगदान अति अमूल्य है | डोनेट करने के लिए निचे दिए गए बटन पर क्लीक करे |
No comments:
Post a Comment